Hosted : कोरोना के वजह से कई महीने के लॉकडाउन(Lockdown) के बाद वर्तमान में अनलॉक-4.0 चल रहा है। विरोधी पार्टियों का आरोप है की सरकार के गलत रवैये की वजह से देश का आर्थिक व्यवस्था बदहाल हुआ है। दूसरी तरफ कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है। वहीं कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद की तैयारी चल रही है।
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री नंद किशोर शुक्ला ने आरोप लगाया है कि सरकार के द्वारा किसानों की पैदावार लूटने की साजिश हो रही है। इसके खिलाफ 25 सितम्बर को देशव्यापी संघर्ष को भारतबंद का रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि बंद के बाद फिर 28 सितम्बर को भगत सिंह के जन्मदिन पर इस संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया जाएगा। आरोप लगाया है कि सरकार ये तीनों विधेयक कानून बन जाने पर देश के किसानों और कृषि क्षेत्र को बर्बाद कर देगी। आम उपभोक्ताओं को भी जमाखोरों के हवाले कर देगी।
इससे पहले शनिवार को जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने शनिवार को केंद्र के कृषि विधेयक का जमकर विरोध किया। उन्होंने इसे खेती को अमीरों के हाथों गिरवी रखने वाला क़ानून बताया और इसके खिलाफ 27 सितंबर को बिहार बन्द का एलान किया। श्री यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के इस काले क़ानून के खिलाफ 20 सितंबर को जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों में प्रधानमंत्री का पुतला दहन करेंगे। अगले दिन यानी 21 को पोल खोल नुक्कड़ सभा होगी और 26 सितंबर को मशाल जुलूस निकाला जाएगा। उन्होंने किसानों के लिए ऐसा कानून बनाने को कहा ताकि उनका अनाज एमएसपी- न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर न बिके। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो सरकार किसानों से शत प्रतिशत अनाज खरीदना सुनिश्चित करेगी।